स्वास्थ्य विभाग ने आगरा में फिर से कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका जताई है। सीएमओ का कहना है डायरिया जैसा दिखता है कोरोना का अगला चेहरा और 15 से 30 अप्रैल के बीच फिर से संक्रमण में उछाल भी आ सकता है। इस बार युवा और किशोर प्रभावित हो सकते हैं।
शांत हो जाओ मास्क लगाओ कोरोना खत्म नहीं हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने आगरा में 15 दिन में फिर से कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका जताई है। हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र समेत 5 राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है। सीएमओ का कहना है कि इस बार कोरोना डायरिया के रूप में भी असर दिखा सकता है।

ताजनगरी में करीब 15 दिन बाद शुक्रवार को एक नया मरीज आया। नोएडा में ताजनगरी निवासी एक महिला को झुलसा हुआ देखा गया है। वहीं उसका इलाज किया जा रहा है। शनिवार तक जिले में कोरोना एक्टिव मरीज हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार कोरोना और लू लगने के लक्षण और लक्षण समान हो सकते हैं। उल्टी, दस्त और चक्कर आना। डायरिया के रूप में कोरोना हो सकता है।
15 से 30 अप्रैल में फिर बढ़ सकता है कोरोना
उन्होंने कहा कि इस तरह के लक्षण और लक्षण वाले इंसानों को अपनी कोरोना जांच करानी होगी ताकि अपने ही रिश्तेदारों के मंडली के अलग-अलग प्रतिभागियों को अब सूजन न हो. उन्होंने बताया कि अगले 15 दिनों के भीतर यानि 30 अप्रैल तक आगरा में भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार फिर से तेज हो सकती है। उन्होंने लोगों को मास्क पहनने, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने की चेतावनी दी है।
18 वर्ष से कम आयु के किशोर प्रभावित
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव के मुताबिक इस बार 18 साल से कम उम्र के किशोर ज्यादा प्रभावित होंगे। उन्होंने बताया कि पिछले 15 दिनों में देखे गए मरीजों में से चालीस प्रतिशत 18 साल से कम उम्र के हैं। इनमें से 60 फीसदी नए मरीज 12 साल से कम उम्र के हैं। आशंका जताई जा रही है कि कोरोना के इस्तेमाल से बच्चे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।
गाजियाबाद और नोएडा नया हॉटस्पॉट
यूपी में गाजियाबाद और नोएडा कोरोना के नए हॉट स्पॉट बनकर उभरे हैं। इन जिलों से आगरा में मनुष्यों की निर्बाध आवाजाही है। अधिकांश मनुष्य निजी वाहनों के प्रयोग की सहायता से आते हैं। उनकी स्क्रीनिंग और स्क्रीनिंग नहीं हो रही है। सीएमओ ने कहा कि रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर स्क्रीनिंग की जा रही है, लेकिन सड़क मार्ग के सहारे आने वालों की स्क्रीनिंग नहीं होने से खतरा बढ़ सकता है.
Read More-कौन ले सकता है कोविड-19 बूस्टर डोज, कीमत और सुविधाएं, पूरी जानकारी