आगरा के आसपास चंबल के बीहड़ों में आज भी जंगली जानवरों का आतंक है। कुछ दिन पहले यहां एक तेंदुआ मृत पाया गया था। गुरुवार की सुबह लकड़बग्घे के झुंड ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया। (Agra villagers attacked by hyenas)
हादसे में तीन ग्रामीण घायल हो गए, जबकि एक बच्ची लापता है। ग्रामीणों को शक है कि लड़की को लकड़ी काटकर ले जाया गया है। उसकी तलाश में ग्रामीण वन विभाग की टीम और पुलिस के साथ खड्ड में जमा हैं| एक लकड़बग्घा को ग्रामीणों ने मार डाला है|
पिनहाट क्षेत्र के करकौली गांव में गुरुवार की सुबह लकड़बग्घे के झुंड ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया. जानकारी के मुताबिक सुबह सात बजे सुरेंद्र और पप्पन देवी अपने घर से आधा किलोमीटर दूर नाले में अलग-अलग जगहों पर गए थे |
जब जंगली जानवरों ने उन पर हमला किया तो उनकी चीखें गांव तक सुनाई दीं। चीख-पुकार सुनकर गांव का मोनू नाम का लड़का पहले मौके पर पहुंचा, फिर लकड़बग्घे ने उस पर भी हमला कर दिया। तब तक पीछे से गांव के और लोग आ चुके थे। झुंड के लकड़बग्घे भाग गए। उन्होंने तीन हाइना देखे। ग्रामीणों ने लकड़बग्घे को डंडों से पीटा।

इधर राजकुमार की आठ साल की बेटी भी गांव से लापता है | जब यह सूचना आई तो ग्रामीणों को अंदेशा था कि लकड़बग्घे उसे उठाकर ले गए हैं। वन विभाग पुलिस टीम के साथ ग्रामीण खड्ड में बच्चियों की तलाश में जुटा है | तीनों घायलों को पीनाहाट सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
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