उच्च शिक्षा मंत्री ने रविवार को आगरा विवि की परीक्षा के प्रश्नपत्र की गिनती के तहत बैठक बुलाई। जिसमें उन्होंने नाराजगी जताते हुए पेपर लीक करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की बात कही. साथ ही परीक्षा नियंत्रक के चल रहे फैशन पर भी नाराजगी जताई।(In the paper leak case, the Controller of Examinations fell)

आगरा के डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में चल रही परीक्षाओं के प्रश्नपत्र का मामला सामने आया था, जिसके बाद भी कॉलेज व पुलिस प्रबंधन जांच कर रही है. वहीं, इसी बात को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री ने रविवार को बैठक बुलाई। जिसमें उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि पेपर लीक करने वाले लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. साथ ही परीक्षा नियंत्रक के चल रहे फैशन पर भी नाराजगी जताई। मंत्री के आदेश पर कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक को अपने पद से हटाकर कुलसचिव को अपनी फीस दे दी।
उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने पेपर लीक मामले में सर्किट हाउस में बैठक बुलाई, जिसमें एसएसपी सुधीर कुमार सिंह, एसपी सिटी विकास कुमार, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने कॉलेज के अन्य अधिकारियों को बैठक परिसर के बाहर खड़ा कर दिया और बैठक के अंदर पेपर लीक मामले पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द पेपर लीक करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
एसएसपी ने मंत्री को बताया कि पेपर लीक मामले में गहन अनुसंधान जारी है। इस मामले की जांच में पुलिस की कई टीमें लगी हुई थीं। जल्द ही हम सभी को गिरफ्तार किया जा सकता है। उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बैठक के दौरान कई परेशानियों पर कुलपति से सवाल जवाब किया. जिसके बाद कुलपति के विधानसभा से जाने के बाद उन्होंने खंडारी स्थित अपने अतिथि आवास पर कॉलेज अधिकारियों के साथ बैठक की.
जिसमें उन्होंने आदेश दिया कि परीक्षा नियंत्रक को तत्काल प्रभाव से पद से हटाया जा रहा है और महासचिव संजीव कुमार सिंह को परीक्षा नियंत्रक की अतिरिक्त फीस दी जा रही है. अब से संपन्न होने वाली सभी परीक्षाओं की निगरानी रजिस्ट्रार करेंगे। इसके साथ ही सभी नोडल केंद्रों पर कॉलेज के माध्यम से एक प्रबंधक की नियुक्ति की जाएगी।
कुलपति ने कहा कि नोडल केंद्रों से निकलने वाले प्रश्न पत्रों के सभी पैकेटों को सील कर परीक्षा केंद्रों पर भेजा जाएगा, और प्रश्न पत्र अब 30 मिनट से पहले किसी भी परीक्षा केंद्र में नहीं पहुंचेगा। इसके लिए कॉलेज ने चार लोगों की टीम बनाई है, जिसमें प्रोफेसर रमेश चंद शर्मा, प्रोफेसर प्रदीप श्रीधर, प्रोफेसर बिंदु शेखर शर्मा, प्रोफेसर भूपेन स्वरूप शर्मा शामिल हैं। वहीं इस टीम में उनके साथ एक सहायक रजिस्ट्रार और अन्य शिक्षक होंगे। यह टीम लगातार सभी जिलों का खुलासा करेगी।
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